अल्पमत में थी आप, पार्षदों की गिनती कराए बिना बजट पास करना असंवैधानिकः सरदार राजा इकबाल सिंह
- महापौर के विवेकाधिकार फंड और सड़कों के रखरखाव के लिए बनाए गए मद में किस-किस ठेकेदार को पहुंचाया गया इसकी जांच कराएगी भाजपा :नेता विपक्ष
- सफाई कार्यों के लिए फंड का उपयोग चाय पानी के मद में स्थानांतरित करना निंदनीय: नेता प्रतिपक्ष
नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में आप पार्षदों द्वारा हंगामा करने और पार्षदों की संख्या की गिनती कराए बिना बजट को पास करने को असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही निगम सदन की बैठक शुरू हुई तो भाजपा ने महापौर महेश कुमार से आग्रह किया था कि वह दल अनुसार पार्षदों की गिनती करा लें। क्योंकि आप अल्पमत थी तो बिना गिनती कराए आप ने सदन की कार्रवाई शुरू कर दी। साथ ही आप पार्षदों ने हंगामा किया जो कि निंदनीय है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सत्तारुढ़ दल की जिम्मेदारी होती है कि वह सदन से गतिरोध को खत्म करें और सदन को सुचारु चलाए। लेकिन, आप नेता जान बूझकर सदन को इसलिए नहीं चलाना चाहते हैं ताकि आप जो भ्रष्टाचार कर रही है उसकी चर्चा न हो सके।
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आप ने असंवैधानिक तरीके से बजट पास किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस महापौर के विवेकाधिकार फंड को 500 और सड़कों के निर्माण के लिए बनाए गए 500 करोड़ रुपये का क्या क्या उपयोग किया गया। किस-किस ठेकेदार को लाभ पहुंचाया गया। इसकी जांच कराई जाएगी। राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आप ने निगम चुनाव से पहले दिल्ली की जनता को दस गारंटी दी थी लेकिन एक भी गारंटी आप ने पूरी नहीं की। न तो कर्मचारियों को पक्का किया गया और न ही सफाई व्य़वस्था को ठीक किया गया। आप की सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। कूड़े के पहाड़ों को खत्म करने का काम भी आप सरकार ने ठप कर दिया।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के पास बजट को लेकर कोई नीति और दृष्टि नहीं दिखी। इसलिए आप की ओर से जो प्रस्ताव बजट में रखें गये वो सफाई कार्यों के बजट अपनी चाय पानी के फंड में स्थानांतरित कर दिया । जबकि भाजपा ने छट पूजा है। अन्य उत्सवों को मनाने के लिए 50 लाख रूपये का फंड बढ़ावाया है। इसी तरह से स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लाइट के लिए एक करोड़ रूपये का बजट पास करा दिया। पार्कों के ट्यूबवैल की मरम्मत के लिए 50 लाख रूपये का प्राविधान कराया है। इसके साथ स्कूलों की मरम्मत के लिए दो करोड़ रूपये का फंड बढ़वाया है। कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले बकाये और लाभांस पांच करोड़ रूपये का फंड अतिरिक्त करा दिया है। महिला शौचालय के निर्माण व रखरखाव के लिए 25 लाख रूपये का बजट बढ़ावाया है। कांग्रेस की पार्षद नाजिया दानिश ने संविधान की हत्या का आरोप लगाया।