बीती रात (बुधवार) 10 बजे से दिल्ली एनसीआर में तेज मूसलाधार बारिश होने से राजधानी के कई इलाकों में जल भराव हो गया तो वहीं वाहनों के खराब हो जाने से दिल्ली वालों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग की माने तो 7 दिन बारिश वाले होंगे।

मंगलवार को बारिश के बीच जल भराव के कारण कई घंटे लोग जाम में फंसे रहे। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारी बारिश होने के बाद भी जल भराव के 2 बड़े हॉटस्पॉट में पानी नहीं भरा। कई ऐसे भी हैं जहां एजेंसियों को सुध लेनी बाकी है।

बड़े हॉटस्पॉट बड़ा बाज़ार (रांजेंद्र नगर) में क्यों नहीं हुआ जलभराव?
आपको याद होगा पिछले साल राजेंद्र नगर के बड़ा बाजार रोड पर नामी कोचिंग संस्थान में हुए जल भराव में तीन IAS अभ्यर्थियों की मौत हुई थी। लेकिन बुधवार रात से मूसलाधार बारिश हुई फिर भी जल भराव नहीं हुआ। Old Rajendra Nagar के बड़ा बाजार इलाके में आखिर एमसीडी ने ऐसा क्या कर दिया जिससे पानी नहीं भरा?

एमसीडी Maintenance विभाग ने बड़ा बाजार इलाके में Waterlogging रोकने का ये किया इंतजाम

बड़ा बाजार रोड के दोनों तरफ अधिक क्षमता की ड्रेन बना दी ।
गुरु नानक मार्केट और पूसा रोड क्रॉसिंग की ड्रेन कैपेसिटी बढ़ाई।
अधिक क्षमता वाले वाटर पंप बड़ा बाजार रोड के दोनों तरफ 24 घंटे तैनाती।
सड़क के दोनों तरफ करीब 1500 मी का ड्रेन जो अपनी फुल कैपेसिटी में चल रहे हैं।
मिंटो ब्रिज जलभराव में हो चुकी है मौत इस सीजन में नही भरा पानी
लगातार बारिश की वजह से तापमान कम हो गया। कई इलाकों में ह्यूमिडिटी चरम पर है। जुलाई महीने में अभी तक करीब 235 MM (मिली मीटर) बारिश हो चुकी है।
बारिश के पानी में पंपिंग स्टेशन ही डूब जाता
इस सीजन में मिंटो ब्रिज में पानी नहीं भरने की वजह है उसके पंपिंग स्टेशन की ऊंचाई और क्षमता बढ़ाया जाना। इससे पहले तक की बारिश में सबसे पहले कम ऊंचाई की वजह से पंप ही डूब जाता था। दूसरी बड़ी वजह पानी की निकासी का विकल्प तलाश लेना। दरअसल, मिंटो ब्रिज से पानी निकालने के लिए अब तक ड्रेन नंबर 12 का इस्तेमाल होता था इस सीजन से एक अलग वैकल्पिक जल निकासी के लिए ड्रेन बना दी गई इसलिए जल भराव नहीं हुआ।
बारिश का पैटर्न बदला, दिल्ली का ड्रेन सिस्टम कब बदलेगा
दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम करीब 50 साल पुराना है। जब बना था उस वक्त दिल्ली की आबादी करीब 60 लाख थी। मौजूदा ड्रेनेज सिस्टम करीब 50 एमएम बारिश का पानी ही झेल सकता है। करीब ढ़ाई करोड़ की आबादी में वेस्ट वॉटर बढ़ गया। बारिश भी पहले से ज्यादा होने लगी। ऐसे में बारिश के सीजन में दिल्ली तो वेनिस ही बनेगी। जुलाई महीने में अभी तक करीब 235 MM (मिली मीटर) बारिश हो चुकी है।
जल भराव के बड़े हॉटस्पॉट और जिम्मेदार एजेंसियां
किशनगंज रेलवे अंडरपास जिम्मेदार एजेंसी पीडब्लूडी
जखीरा रेल अंडर ब्रिज जिम्मेदार एजेंसी पीडब्लूडी
आईटीओ विकास मार्ग जिम्मेदार एजेंसी पीडी
कनॉट प्लेस आउटर सर्किल काका ढाबे के पास जिम्मेदार एजेंसी पीडब्लूडी
—समाप्त—