पुस्तकालय केवल भवन नहीं होते, ये ज्ञान और शिक्षा के मंदिर होते हैं। एनडीएमसी जेपीएन लाइब्रेरी खोल रही है जहां पर बच्चों, छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों और आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अध्ययन का अवसर मिलेगा। पुस्तकालय विशेष रूप से वाल्मीकि सदन, मंदिर मार्ग, गोल मार्केट और आसपास के इलाके के लोगों के लिए बड़ा ही फायदेमंद होगा। एनडीएमसी के पास पहले से ही 8 पुस्तकालय हैं।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने मन्दिर मार्ग पर बन रही जय प्रकाश नारायण (जेपीएन) के निर्माण कामों को अंतिम चरण में बताया और कहा कि सितंबर 2025 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है। चहल ने बताया, “करीब 85% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अगस्त तक फर्नीचर, आईटी सिस्टम और पुस्तकें आ जाएंगी। हम इस पुस्तकालय का उद्घाटन सितंबर 2025 तक करने का लक्ष्य रख रहे हैं।”

आपको बता दें कि इसका प्रस्ताव भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने लाया। सीपीडब्ल्यूडी ने ₹2.17 करोड़ की राशि देगा और बाकी की राशि एनडीएमसी अदा करेगी। कुल निर्माण लागत ₹6.81 करोड़ है, जिसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल और फायरफाइटिंग का काम होगा।

आधुनिक और सभी के लिए सुलभ सुविधा
यह पुस्तकालय एक तीन मंज़िला आरसीसी संरचना है, जिसकी कुल क्षेत्रफल 1,471.14 वर्ग मीटर है। हर मंजिल का क्षेत्रफल 490.38 वर्ग मीटर है। भूतल पर एक बहुउद्देश्यीय हॉल होगा और पहली व दूसरी मंजिल पर पुस्तकालय हॉल होंगे, जिनमें शौचालय, लिफ्ट, सीढ़ियां होंगी। डिजिटल युग में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए चहल ने कहा, ” जेपीएन लाइब्रेरी इस नेटवर्क को और मजबूत करेगी और ज्ञान के प्रचार-प्रसार का केंद्र बनेगी।”
परिषद की स्वीकृति और वित्तीय योजना
एनडीएमसी परिषद ने 18 दिसंबर 2024 की बैठक में इस परियोजना के लिए संशोधित बजट ₹14.57 करोड़ स्वीकृत किया, जिसमें सिविल वर्क, इलेक्ट्रिकल, फर्नीचर और फायर सेफ्टी शामिल हैं। पहले यह पुस्तकालय बिरला मंदिर के पास उद्यान मार्ग पर प्रस्तावित था, जिसकी रिपोर्ट 2014 में मंत्रालय को दी गई थी।