दिल्ली के पश्चिम विहार में अवैध दवाओं का बड़ा जखीरा ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने जब्त किया। टीम ने दवाओं के खरीद-बिक्री से संबंधित कोई लाइसेंस नहीं मिला। कुछ दवाओं के नमूने सरकारी विश्लेषक को गुणवत्ता जांच के लिए भेजे हैं। कुछ नमूने दवाओं के मैन्युफैक्चरर्स को भी भेजे गए हैं। बाकी स्टॉक को कानूनी प्रक्रिया के तहत जब्त कर लिया गया है और कोर्ट से इसकी इजाजत भी ली गई। ड्रग्स कंट्रोल विभाग अब पूरे सप्लाई नेटवर्क की जांच कर रहा है।
, जैसे: Omeprazole capsules 20 mg (Omez®), Ketorolac tromethamine tablets 10 mg (KETOROL™-DT), Glimepiride tablets 1 mg (Amaryl®), Dapagliflozin tablets 10 mg (Forxiga®), Calcitriol and calcium capsules (Bio-D3® Plus), Formoterol fumarate and budesonide inhalers 400 and 200 strength (Foracort 400/200), Vildagliptin and metformin hydrochloride tablets 50 mg/500 mg (Jalra-M®), Metformin and Sitagliptin tablets 1000 mg/50 mg (Janumet®), Febuxostat tablets 40 mg (Furic 40®), Vildagliptin tablets 50 mg (Jalra®), और Telmisartan tablets (Telista 40®) आदि।
छापेमारी विभाग की इंटेलिजेंस सेल से मिली खूफिया सूचना के आधार पर मिली। आवासीय इलाके में बिना लाइसेंस के दवाओं का भंडारण और वितरण किया जा रहा था।
नकली और एक्सपायरी दवाओं पर जीरो टॉलरेंस, दिल्ली सरकार पूरे शहर में चलाएगी तलाशी अभियान:
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा: “दिल्ली सरकार अवैध और बिना लाइसेंस वाली दवा गतिविधियों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है। नकली या एक्सपायरी दवाओं से जुड़ी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम पूरे शहर में तलाशी और सीजर अभियान तेज कर रहे हैं, और यह इंफोर्समेंट अभियान नागरिकों को ऐसी अनैतिक गतिविधियों से बचाने के लिए लगातार जारी रहेगा।”