देश की आज़ादी का आंदोलन लोगों के दिलों में देशभक्ति के गानों के जरिए पहुंचा। देश भक्ति गाने कहीं चल रहे हों तो रौंगटे खड़े हो जाते हैं। राष्ट्रगान चल रहा हो तो बरबस लोग सावधान मुद्रा में खड़े होते हैं। कभी गांधी ने सफाई के महत्व को कविता के जरिए लोगों के बीच पहुंचाया। यही वजह है कि दिल्ली नगर निगम ने तय किया है कि साफ-सफाई को लोगों के बीच पहुंचाने के लिए गीत का सहारा लिया है। मोहल्लों, स्कूलों, बाज़ारों और दिल्ली के हर कोने में - और हर नागरिक को यह गीत साफ संदेश देगा कि "स्वच्छ दिल्ली, स्वस्थ दिल्ली" सिर्फ़ एक सपना नहीं, बल्कि हमारी साझा ज़िम्मेदारी है।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने साफ-सफाई को बढ़ावा देने की पहल करते हुए एक “स्वच्छता गीत” लॉन्च किया। पदमजीत सहरावत ने गीत को रचा है। गीत के बोल हैं, “दिल्ली नगर निगम की है ये पुकार, साफ आँगन से प्यारा न कोई उपहार”,। निगम का मानना है कि स्वच्छ भारत मिशन को बढ़ावा देने के लिए हर किसी का योगदान जरूरी है। ये गीत लोगों को साफ-सफाई से जुड़ने को प्रेरित करेगा।
महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा स्वच्छता गीत का लोकार्पण केवल एक गीत का अनावरण नहीं है – यह गान स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने, लोगों को प्रेरित करने और इस जन आंदोलन को जन-जन तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। इसमें कहा गया कि हमारे पास नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की ताकत है, जो दिल्ली को स्वच्छ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए दिन-रात अथक परिश्रम करते हैं।
उप महापौर जय भगवान यादव ने कहा स्वच्छता हमारी प्राथमिक ज़िम्मेदारी है। मुझे एक बार काशी/वाराणसी जाने का अवसर मिला, जहाँ की सफाई व्यवस्था ने मुझे बहुत प्रभावित किया। जब मैंने वहाँ की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि वहाँ दिन में तीन बार सफाई होती है। हमें भी ऐसी ही व्यवस्था लागू करनी चाहिए।
स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने कहा कि स्वच्छता गीत एक जन आंदोलन बनेगा और जनभागीदारी से ही हम स्वच्छता के उच्चतम स्तर को प्राप्त कर पाएँगे।
सदन के नेता प्रवेश वाही ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के साथ जनता का अटूट रिश्ता है। एमसीडी के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से स्वच्छता में सुधार हो रहा है, लेकिन हमें अभी और मेहनत करने की ज़रूरत है। हमें गीला और सूखा कचरा कचरा अलग-अलग करना होगा। नागरिकों के सहयोग और भागीदारी से ही हम दिल्ली को स्वच्छ बना सकते हैं।

आयुक्त अश्विनी कुमार ने कहा गीत के माध्यम से हम संगीतमय तरीके से स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाएँगे। आने वाले समय में यह गीत हमारे स्वच्छता अभियान की अनूठी और मधुर पहचान बनेगा। गीत का अपने-अपने तरीके से उपयोग करें ताकि यह गीत जन-जन तक अच्छी तरह पहुँचे और नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक और प्रेरित करे। मैं सभी नागरिकों से भी अपील करता हूँ कि दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना यथासंभव योगदान दें ताकि हम स्वच्छता के नए मानक स्थापित कर सकें और दिल्ली को और भी अधिक स्वच्छ और सुंदर बना सकें।