चांदनी चौक एक ऐसा संसदीय क्षेत्र है जिसमें एतिहासिक शहजहांबाद क्षेत्र, पुरानी दिल्ली के साथ ही डी.डी.ए. द्वारा बसाई कॉलोनियों का नया क्षेत्र आता है जिनमें दिल्ली या देश ही नही एशिया के सबसे बड़े सभ्यता एवं अर्थतंत्र के क्षेत्र हैं। चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने पत्रकार सम्मेलन में चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी उपेक्षा एवं बदहाली के साथ ही विधायकों पर धर्म के आधार पर जनता तक सरकारी सेवाओं का लाभ पहुंचाने में भेदभाव को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार पर एक चार्जशीट प्रस्तुत की।
आई.टी.ओ. दिल्ली गेट से पीतमपुरा पश्चिम विहार तक फैले इस क्षेत्र की कॉलोनी किसी भी वर्ग की हो पर बहते सीवर, गंदा पेयजल, टूटी सड़के, लटकते बिजली एवं इंटर्नेट के तार, बाजारों में टॉयलेट खासकर पिंक टॉयलेट की कमी क्षेत्र की पहचान बन गये हैं। चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र का एक बड़ा भाग एतिहासिक शहजहांबाद के नाम से जाना जाता है जिसमें तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं मटिया महल, बल्लीमारन एवं चांदनी चौक। इन तीन विधानसभाओं में लोकतंत्र के प्रतीक लाल किला के साथ ही सभी धर्मों के प्राचीनतम पूजा स्थल हैं और इंसान के उपयोग में आने वाली हर वस्तु की थोक मंडी है
आरोप है कि मटिया महल, बल्लीमारन एवं चांदनी चौक तीनों से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और तीनों गंदी राजनीति फैलाते हैं और विकास में, सामान्य रखरखाव में केवल मुस्लिम बहुल क्षेत्रों पर ध्यान देते हैं।

मटिया महल में बढ़ते अवैध बूचड़खानों और पानी की कमी से हताश हैं लोग। मुस्लिम बहुल गलियों में कम से कम जलबोर्ड की बोरिंग का सहारा है पर हिन्दू बहुल सीताराम बाजार को विधायक ने दस साल में बोरिंग के जल तक से वंचित रखा है।
बल्लीमारन विधानसभा में कागज, कपड़े, लोहे, कार्ड, जूते, चशमे, खाध पदार्थों, चमड़ा पदार्थों की होल सेल मंडी हैं पर हाल सबका बेहाल है। यहां भी विधायक हैदरकुली एवं पंजाबी मोहल्ला के और इदगाह एवं बस्ती जुलहन आदि के निवासियों में धर्म के आधार पर भेदभाव करते हैं। पूरा हिन्दू खासकर दलित बहुल क्षेत्र समस्याओं से सरोबर है।
चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र जो धर्म, पर्यटन एवं व्यापार तीनों में दिल का दिल है के मुख्य मार्ग को कुछ ही वर्ष पूर्व विकसित किया गया पर आज फिर बदहाल है, खारी बावली, फतेहपुरी, पुरानी दिल्ली सटेशन, नया बाजार सब टूटी सड़कों के आलावा पिंक टॉयलेट के अभाव से बेहद त्रस्त हैं। पेयजल पूरे क्षेत्र की बड़ी समस्या है और विधायक हों या पार्षद सब केवल जामा मस्जिद, तिलक बाजार, नवाब गंज, कशमीरी गेट के मुस्लिम बहुल क्षेत्र पर मेहरबान रहते हैं। मजनू का टीला, सराय फूस की तो छोड़िए सिविल लाइन जिसे कभी पाश माना जाता था आज ओवरफ्लो सीवर एवं कूड़ा गंदगी से सब बदहाल हैं।
सदर बाजार जो एशिया का बड़ा बाजार क्षेत्र है 2013 से “आप” विधायक चुन रहा है पर आज पूरा क्षेत्र अतिक्रमण से जूझ रहा है, कूड़े के ढ़ेर इस क्षेत्र की पहचान बन गये हैं और अव्यवस्थित ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है।
2013 से ही “आप” विधायक चुन रहा मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र जो कभी एक विकसित विधानसभा क्षेत्र था आज एक स्लम जैसा क्षेत्र बन गया है। चंद्रावल से आजादपुर तक सब बुरा हाल है, कमला नगर जो बड़ा रिटेल बाजार है वह हर नागरिक समस्या को झेल रहा है। शक्ति नगर से लालबाग बस्ती तक पूरा क्षेत्र मुख्य मार्गों की बदहाली से त्रस्त है तो मॉडल टाउन, डेरावाल, गुजरावाला सब पेयजल समस्या झेल रहे हैं। पूरे क्षेत्र में कार पार्किंग एक बड़ी समस्या है पर काम कुछ नही है।
आदर्श नगर विधानसभा आजादपुर मंडी से विश्व प्रसिद्ध है पर उसी की हर बस्ती खासकर जहांगीर पुरी, सूरजमल पार्क, धीरपुर में हर ओर टूटी सड़कें, बहते सीवर, कूड़े के ढ़ेर हैं। आजादपुर मंड़ी एक बड़ी मंडी होते हुए भी “आप” कार्यकर्ताओं के भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है।
वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र विकास से ज्यादा अपने विधायक के राजनीतिक भ्रष्टाचार के कारण ज्यादा चर्चा में रहा है, नगर निगम टिकट बिक्री चर्चा में रहे। झुग्गी झोपड़ी वाले वार्डों में नालों की सफाई, कूड़ा गंदगी, स्कूल अभाव हैं तो प्लान कॉलोनी अशोक विहार अब पीने के पानी की कमी एवं सीवर व्यवस्था से जूझ रही हैं।
शालीमार बाग जो कभी दिल्ली के मुख्य मंत्री साहिब सिंह के क्षेत्र के रूप में विकास कार्य देख चुका है आज पी.डब्लू.डी. नालों, जलबोर्ड सीवरों की सफाई, इंटर्नेट के लटके तारों और की समस्या से जूझ रहे हैं। दस साल में इस क्षेत्र को एक विकास प्रोजेक्ट नसीब नही हुआ और हैदरपुर गांव में एवं आसपास बस्तियों मे बसा पूर्वांचल समाज विधायक की उपेक्षा के साथ डयूसिब विभाग की लापरवाही से भी त्रस्त है।
शकूर बस्ती का हर विकास कार्य अपने विधायकों सत्येंद्र जैन के भ्रष्टाचार में जेल जाने से पूरी तरह ठप्प हो गया है, दया बस्ती, रानीबाग, पीरागढ़ी, शकूरबस्ती, सरस्वती विहार सब पेयजल संकट, सीवर, सफाई, की समस्याओं के शिकार हैं।
त्रिनगर विधानसभा की हर गली हर मोहल्ला गंदा पानी से जूझता है, सरकारी स्कूल, डिस्पेंसरी हर चीज का अभाव है पर पति पत्नी दोनों की डबल विधायकी के चलते भ्रष्टाचार चर्म पर है। आप मकान दुकान कुछ भी बनाये त्रिनगर में “आप” टैक्स सबसे ज्यादा है।
सांसद खंडेलवाल ने कहा है की आज चांदनी चौक की जनता में पश्चाताप है, सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में लोग अब भाजपा की ओर देख रहे हैं और हमे उम्मीद है की लोग धर्म जाति से ऊपर उठ कर क्षेत्र में अपने नये लोक प्रतिनिधि चुनते हुऐ बड़ा परिवर्तन करेंगे और भाजपा के विधायक चुनेंगे। भाजपा चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के नवनिर्माण को कृतसंकल्प रहेगी।