द्वारका के सेक्टर 20, 22 और 23 के चौराहे के जानकी चौक पर उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने उत्कृष्ट ग्रेनाइट पत्थर से बनी दो भव्य पैंथर मूर्तियों का अनावरण किया। ये मूर्तियाँ, जिनका वजन 1.5 टन है, कलात्मक उत्कृष्टता का प्रतीक हैं और स्थानीय निवासियों व आगंतुकों के लिए रुचि और सराहना का केंद्र बनेंगी। इन मूर्तियों को द्वारका के प्रतिष्ठित स्थलों जैसे भारत वंदना पार्क, डीडीए गोल्फ कोर्स और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर की ओर जाने वाले मार्ग पर रणनीतिक रूप से स्थापित किया गया है।
पैंथर मूर्तियों का यह अनावरण राष्ट्रीय राजधानी के सौंदर्यीकरण की दिशा में एक और कदम है। पैंथर, जो चपलता, शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक है, आधुनिक उपनगरों की आकांक्षाओं के साथ सामंजस्य बैठाते हुए प्रकृति और विकास के सह-अस्तित्व पर जोर देता है। यह पहल उपराज्यपाल के मार्गदर्शन में डीडीए द्वारा द्वारका उप-नगर को विश्व स्तरीय केंद्र में बदलने के विजन का हिस्सा है।

द्वारका की अनवरत प्रगति का सफर डीडीए द्वारा किफायती और प्रीमियम घरों की परियोजनाओं से होता हुआ आधुनिक सड़कों, एफओबी, सामुदायिक केंद्र और जल निकासी प्रणालियों के विकास तक पहुँच चुका है। इस क्रम में, नजफगढ़ नाले के पुनर्जीवन और सीवेज के शोधित प्रबंधन ने यमुना नदी के संगम को संरक्षित किया है।
इसके अलावा, सेक्टर-24 में देश के सबसे लंबे गोल्फ कोर्स का उद्घाटन खेल प्रेमियों और उभरते गोल्फ खिलाड़ियों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। द्वारका अब खेल उत्कृष्टता के केंद्रों के माध्यम से दिल्ली की खेल स्थिति को सुदृढ़ कर रहा है। आगामी 200 एकड़ में फैला भारत वंदना पार्क शहर के हरित क्षेत्र को और समृद्ध करेगा। यह तमाम पहलें शहर की जीवनशैली को उन्नत और संतुलित बनाने की दिशा में शानदार प्रयास हैं।
