ढासा बस स्टैंड स्थित नज़फगढ़ ज़ोन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सीबीआई अधिकारियों ने वेटनरी इंसपेक्टर को घूस लेते हुए रंगे हाथों धर लिया। पता लगा है कि मीट शॉप खोलने के एवज़ में 2 लाख रूपए की रिश्वत मीट शॉप लाइसेंस का आवेदन करने वाले से मांगी गई थी। लेकिन उसने सीबीआई अधिकारियों को घूस की इत्तिला कर ली। अधिकारियों ने पहले ही नोटों का सीरियल नंबर और खास पाउडर लगी नोट बनाई और ज़ोन में दोपहर में ही दाखिल हो गए और किसी को भनक नहीं लगी। जैसे ही वेटनरी इंसपेक्टर ने नोट थामा सीबीआई अधिकारियों ने शिकंजे में ले लिया। ये खबर छोटी लग सकती है लेकिन आरोपी के जीवन के लिए बहुत बड़ी है क्योंकि आरोपित रिटायरमेंट के करीब था।