कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने अरविन्द केजरीवाल की सरकार पर स्वास्थ्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनके अनुसार, केजरीवाल सरकार ने अपनी 14 केग (CAG) रिपोर्ट्स को कभी विधानसभा में पेश नहीं किया। माकन ने कहा कि इन रिपोर्ट्स में स्वास्थ्य क्षेत्र में 382.52 करोड़ रुपये के घोटाले का उल्लेख है।
माकन ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने पिछले दस वर्षों में केवल तीन अस्पताल बनवाए, जिसमें से काम कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुआ था। इंदिरा गांधी अस्पताल, बुराड़ी अस्पताल और मौलाना आजाद डेंटल अस्पताल में कार्य में देरी और लाखों रुपये की अतिरिक्त लागत का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, सरकार ने 15 प्लॉट अधिग्रहित किए थे, जिन पर न अस्पताल बने न डिस्पेंसरियां।
कोविड महामारी के दौरान केजरीवाल सरकार केंद्र सरकार से मिले बजट का सही उपयोग नहीं कर पाई। केंद्र से मिले 635.62 करोड़ रुपये के बजट में से केवल 360.64 करोड़ ही खर्च हुए, जबकि दिल्ली के लोग ऑक्सीजन और बेड की कमी से जूझ रहे थे।
विशेषज्ञ डॉक्टरों और नर्सों की भारी कमी पर भी सवाल उठाए गए। कांग्रेस ने चार अस्पतालों की केग निरीक्षण रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिसकी वजह से मरीज़ों को लम्बा इन्तजार करना पड़ता है।
अजय माकन और दिल्ली कांग्रेस ने उपराज्यपाल से इस मामले की जांच कराने की मांग की है। वे चाहते हैं कि सच्चाई जनता के सामने आए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।