शिवपाल यादव के गंगा मैली वाले बयान पर भड़के विश्व हिंदू परिषद के इंटरनेशनल प्रेसिडेंट आलोक कुमार ने कहा कि झूठे आरोपों के सहारे कुंभ का लाभ उठाकर अपनी रोटियां सेकने वाले लोग। न देश का भला कर रहे और न समाज का भला कर रहे हैं।
महाकुम्भ मेले के आयोजन में अव्यवस्थाओं के खिलाफ बोल रहे विपक्षी नेताओं पर किया पलटवार करते हुए निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यनंद महाराज एवं महामंडलेश्वर राज योगी आचार्य आनंद गिरि ने विपक्षी पार्टी द्वारा महाकुंभ आयोजन पर उठ रहे सवालों पर जमकर प्रतिक्रिया देते हुए नाराजगी जाहिर की।

महाकुंभ की तरह मध्यप्रदेश के ग्वालियर में महायज्ञहोगा
विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि धार्मिक आध्यात्मिक विषयों की राजनीति नहीं करना चाहिए। 1954 के कुंभ में 800 लोग कुचलकर मारे गए थे। संत तो ज्यादा नंबर बताते हैं लेकिन जो हर जगह स्वीकार हुआ है मैंने वही नंबर बताया है। जहां पर 60 करोड लोग अमृत के पान के लिए आए हो। कंट्रोल बोर्ड की ऐसी रिपोर्ट जिसे खुद बोर्ड ने कई परीक्षणों से झूठा पाया। यह भ्रम फैलाने वाली बात है। 60 करोड लोगों को किसी ने निमंत्रण और खर्चा नहीं दिया। खुद के खर्चे पर पहुंचे। सिर्फ दिशा पूछा कितनी दूर है यह भी नहीं पूछा पैदल भी पहुंचे ऐसी श्रद्धा को क्या करेंगे? जिस दिन वहां दुर्घटना हुई और लोग मारे गए ऐसी सर्दी की आधी रात को असंख्य लोग कपड़े उतार कर नदी में प्रवेश करते हैं। ऐसी श्रद्धा को बढ़ाना संवारना चाहिए। झूठे आरोपों के सहारे कुंभ का लाभ उठाकर अपनी रोटियां सेकने वाले लोग। न देश का भला कर रहे और न समाज का भला कर रहे हैं।
शिवपाल यादव के बयान पर निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्य नंद महाराज ने बताया कि यह लोग सनातनी नहीं है इन्होंने अपने जीवन में सनातन का कोई काम नहीं किया है यह कभी राम मंदिर तो कभी सनातन पर उंगलियां उठाते हैं। कभी गंगा पर उंगली उठाते हैं यह सनातन परंपराओं के पाठशालाओं में गए नहीं हैं विधर्मी लोग हैं। पवित्र तरण और मोक्ष दिलाने वाली गंगा का पानी गंदा कैसे हो सकता है शर्म आनी चाहिए इनको।
राजयोगी आनंद गिरी ने कहा कि हमारा देश धार्मिक है जो धर्म के आधार पर चलता है वसुधैव कुटुंबकम का देश है। पूरे विश्व की शांति और उन्नति चाहने वाला देश है। जब जब ऋषियों ने यज्ञ किया तो भंग करने कुछ राक्षस जरूर आए। 500 फीट ऊंची यज्ञशाला राजस्थान से आयेंगे। भारत उन्नत राष्ट्र के लिए यज्ञ हो रहा है। अनेक शहीदों को मोक्ष गति प्रदान हो इसलिए यह यज्ञ होगा। कथावाचक देवकीनंदन की भागवत कथा होगी। विश्व शांति के लिए हिंदू राष्ट्र के लिए भारत राष्ट्र की उन्नति के लिए और बलिदानियों की आत्मा शांति के लिए 1008 कुंड का विशाल यज्ञ होगा ग्वालियर के मेला ग्राउंड में। एक लाख माता के साथ कलश यात्रा निकलेगी। 1लाख शत चंडी पाठ 11 हजार आचार्यों के जरिए होगा। 11 करोड़ आहुतियां डालने का संकल्प है। देश की उन्नति समरसता और भाईचारा के लिए यज्ञ होना है।
महाकुंभ की तरह होने वाले इस आयोजन पर आलोक कुमार ने कहा कि शोभा यात्रा के बाद विराट हवन होगा सबसे खास उद्देश्य में भारत के राष्ट्र कीउन्नति है। युद्ध या अशांति कल में देश के लिए बलिदान देने वालों के लिए भी यज्ञ है यह समाज के ऋण को खत्म करने की बात है। भागीरथ ने अपने पुरखों को मोक्ष दिलाने के लिए गंगा को जमीन पर उतरा था। ऐसा ग्वालियर में यह समाज करेगा आलोक कुमार ने कहा कि यह सफल हो और सारी ऊर्जा पूरे विश्व को प्राप्त हो थैंक यू