एमसीडी सदन में कांग्रेस नेता नाजिया दानिश ने एमसीडी के बजट पर महत्वपूर्ण सुझाव एवं सवाल पेश किए हैं। उनका मानना है कि संपत्ति कर विभाग, जो निगम की आय का प्रमुख स्रोत है, का अनुमानित बजट 4300 करोड़ रुपए से घटाकर 3100 करोड़ रुपए कर दिया गया है, जबकि वर्ष 2025-26 के लिए 4000 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। नाजिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि 4000 करोड़ रुपए के बजट को पूरा करने के लिए क्या ठोस योजना बनाई गई है। उन्होंने प्रस्तुत आंकड़ों और तथ्यों को गलत बताते हुए निगम के बजट की आलोचना की।
हाउस टैक्स को लेकर नाजिया ने मेयर से सवाल किए। उन्होंने कहा कि नई योजना के तहत 100 गज से कम घरों का टैक्स माफ और 100-500 गज के घरों का टैक्स आधा कर दिया गया है, ऐसे में 4000 करोड़ रुपए के लक्ष्य को कैसे पूरा किया जाएगा? उनका मानना है कि इस कदम से संपत्ति कर की आय आधी रह जाएगी और निगम का बजट गलत साबित होगा।
12000 कर्मचारियों के स्थायीकरण को लेकर भी नाजिया ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के सर्वोत्तम हित में यह आवश्यक है कि उन्हें समय पर वेतन और बकाया राशि का भुगतान हो।
शिक्षा और जन स्वास्थ्य पर सुझाव देते हुए, नाजिया ने एमसीडी स्कूलों की हालत सुधारने की आवश्यकता बताई, जिसमें संसाधनों, शिक्षकों और स्वास्थ्य-सुरक्षा पर ध्यान देना ज़रूरी है। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए निगम के काम का श्रेय अन्य दलों द्वारा लिए जाने की आलोचना की।
बजट पर दिए गए इन सुझावों के बाद सदन में काफी बहस हुई। नेता सदन मुकेश गोयल ने सुझावों को राजनीति से प्रेरित बताया, जिस पर नाजिया ने कहा कि विपक्ष का काम है सवाल उठाना, लेकिन सत्ता पक्ष ऐसा नहीं होने देता। बाद में मेयर ने सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी।