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किसान आंदोलन के बाद खेती किसानी को लेकर केंद्र की इस बड़ी योजना से दिल्ली के किसान कैसे होंगे मालामाल?

दिल्ली में ‘विकसित कृषि संकल्प 87 गांवों को किया जाएगा शामिल। राष्ट्रव्यापी ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ 29 मई से 12 जून, 2025 तक चलाया जाएगा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में देशभर के राज्यों के कृषि मंत्रियों और दिल्ली सरकार के विकास मंत्री कपिल मिश्रा के साथ वर्चुअल बैठक में ये संकल्प लिया गया।

संकल्प का उद्देश्य किसानों तक आधुनिक तकनीकों, वैज्ञानिक जानकारी, और केंद्र व राज्य सरकार की कृषि कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना है। अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लैब टू लैंड” और “विकसित भारत 2047” का विजन है।

आपको बता दे की यह राष्ट्रव्यापी अभियान देश के 723 जिलों के 65,000 से अधिक गाँवों, 1.30 करोड़ से अधिक किसानों से सीधा संवाद होगा।

मीटिंग में “एक देश, एक कृषि, एक टीम” की भावना को दोहराते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “यह कार्यक्रम कोई कर्मकांड नहीं, बल्कि किसानों के जीवन में समृद्धि लाने का महायज्ञ है। खेती की तस्वीर और किसानों की तक़दीर बदलने का कार्य करेगा।

दिल्ली के गांवों पर इस अभियान का क्या होगा असर?

अभियान के तहत 87 गांवों को कवर होंगे। 36 कार्यक्रम किए जायेंगे. दिल्ली सरकार में विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, “दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान होगा , ताकि खरीफ फसलों का उत्पादन बढ़े, किसानों उपज का उचित मूल्य मिल सके। राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा। ICAR के वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, राज्यों के कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, नवाचार से जुड़े संस्थान विकसित कृषि और समृद्ध किसान के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे।
किसान आउटरीच में सुधार करना, खरीफ फसल प्रबंधन, उत्पादकता में बढ़ोत्तरी के बारे में जागरूकता इस योजना के कोर बिंदु हैं।

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