केजरीवाल स्टाइल में ही उन्हीं को मात देने उतरे संदीप दीक्षित- शीला मॉडल वर्सज केजरीवाल मॉडल की लड़ाई ने नई दिल्ली सीट को बनाया सबसे हॉट सीट
राजधानी में सबसे लंबे वक्त लगातार 15 साल तक दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस का कब्जा रहा और सबसे ज्यादा समय तक दिल्ली पर शासन करने का खिताब भी शीला दीक्षित को ही जाता है। हालांकि सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाले दूसरे मुख्यमंत्री का खिताब केजरीवाल को जाता है। शीला के बाद नई दिल्ली सीट से 3 बार लगातार केजरीवाल चुने जा रहे हैं। केजरीवाल को चुनौती देने के लिए संदीप दीक्षित को उतार कर कांग्रेस ने केजरीवाल स्टाइल में ही एक मास्टर स्ट्रोक चला है। दरअसल कांग्रेस ने सबसे लंबे वक्त 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को उसी नई दिल्ली सीट से उतार दिया है जहां से शीला दीक्षित चुनाव लड़ती रहीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बताया कि 2025 विधानसभा चुनावों में लोगों के सामने केजरीवाल मॉडल की तुलना सीधे तौर पर शीला दीक्षित के विकास मॉडल से होगी। हालांकि आप के 13 वें जन्मदिन पर केजरीवाल ने दावा किया था कि दिल्ली का कहा था आप को बने हुए 12 साल हो गए, हमने फ्री बिजली, फ्री पानी, शिक्षा स्वास्थ्य की अच्छी व्यवस्था करके लोगों को सुविधा दी है और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी कमजोर नहीं होने दिया. हमने मेट्रो लाइन को 200 KM से बढ़ाके 450 किमी किया, दस हज़ार किमी सड़कें बनाई, 38 नए फ़्लाइओवर बनाए. ये सब देने के बाद भी बजट को फ़ायदे में रखा. संदीप दीक्षित मां की विरासत को वापस पाने के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे।
आप और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन न होने की सूरत में मुकाबला इस बार आमने सामने का नहीं बल्कि त्रिकोणीय ही होने की संभावना है। कांग्रेस शीला सरकार के विकास मॉडल को पेश करेगी ताकि 10 साल के गैप के बाद भी मुद्दे के तौर पर कोई हल्के में ना ले.
पुराने दिग्गजों ये राजनीतिक उत्तराधिकारी मैदान में
पूर्व सांसद जयप्रकाश के बेटे मुदित अग्रवाल चांदनी चौक इसी तरह पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल के बेटे शिवांक सिंघल आदर्श नगर तो और पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे अली मेहदी को मुस्तफाबाद से उम्मीदवार बनाया गया है। कुछ सीटों पर पार्टी ने नए चेहरों पर दांव खेला है।