दिल्ली की सियासत में आम आदमी पार्टी दोहरी तौर पर घिरी है। जहां बीजेपी आप के वोट में सेंध लगाने में जुटी है तो वहीं आम आदमी पार्टी की बड़ी चुनौती है कि मुस्लिम वोटों में बंटवारा ना हो तो वहीं राहुल गांधी साल 2020 में हुए दिल्ली दंगे के बाद पहली बार नॉर्थ-ईस्ट जिले में आकर सीधे सीधे आम आदमी पार्टी को घेरा । ऐसे में अगर मुस्लिम वोटों का बंटवारा हुआ तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होना तय है।
70 विधानसभा सीटों में से 6 ऐसी सीटें मटियामहल, ओखला, मुस्तफाबाद, बल्लीमारान, बाबरपुर और सीलमपुर हैं जहां पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में हैं क्योंकि यहां आबादी 50% से ज्यादाहै। सीमापुरी, गांधीनगर, चांदनी चौक, सदर बाजार विकासपुरी और करावल नगर में मुस्लिम समुदाय 20 से 25% की आबादी है।
जाफराबाद के रहने वाले डॉक्टर फहीम बेग ने कहा कि जाफराबाद एशिया की लेदर जैकेट की सबसे बड़ी मार्केट है बावजूद इसके यहां एक भी कॉलेज और खेलने के लिए पार्क नहीं है हमने तय किया है कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के कैंडिडेट को यहां बुलाकर जाफराबाद के विकास से जुड़ा चार्ट उनके सामने रखेंगे वहीं आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट चौधरी जुबेर ने दावा किया की आम आदमी पार्टी के विधायक का टिकट इसलिए काटा क्योंकि उसने इलाके में कोई काम नहीं किया मुस्लिम समुदाय बीजेपी को हरवाने के लिए वोट करेगा और बीजेपी को सिर्फ आम आदमी पार्टी ही हरा सकती है. वहीं पांच बार के विधायक रहे जुबेर के पिता चौधरी मतीन अहमद ने अजय माकन के ताज़ा बयान पर कहा कि मकान के सारे प्लान एयर कंडीशन में बैठकर बनते हैं। सीलमपुर से पांच बार के विधायक रहे जुबेर के पिता चौधरी मतीन अहमद ने अजय माकन के दिल्ली में कांग्रेस को मजबूत करने वाले बयान पर कहा कि माकन के सारे प्लान एयर कंडीशन में बैठकर बनते हैं। कांग्रेस तभी कमजोर साबित हो गई जब गठबंधन में उसे सिर्फ 3 सीटें मिली और आप को 4 सीटें मिली थी। हालांकि माकन ने अपनी व्यक्तिगत राय बताते हुए कहा था कि जिसने भी दिल्ली की लोकसभा सीटें जीती हैं, उसी ने केंद्र में सरकार बनाई है। “आप (AAP) दिल्ली में भाजपा के खिलाफ लड़ने में पूरी तरह विफल रही है,”।