इस बीच, भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल से अपील की है कि वे “सी.एम.ओ. दिल्ली” एक्स पोस्ट के निजीकरण को लेकर दिल्ली सरकार के आई.टी. विभाग से रिपोर्ट मांगें। इस एक्स पोस्ट को अरविंद केजरीवाल के व्यक्तिगत उपयोग के लिए “केजरीवाल एट वर्क” के नाम से बदला गया है, जिस पर सचदेवा ने गहरी आपत्ति जताई है और इसे डिजिटल लूट करार दिया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी सरकार के समाप्त होते ही, अरविंद केजरीवाल ने सरकारी डिजिटल संपत्तियों का दुरुपयोग कर अपने निजी उपयोग के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में, भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने भी अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि AAP ने सरकार की डिजिटल संपत्तियों को निजी प्रचार के माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया है।

विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल से आग्रह किया है कि वे इस मामले का संज्ञान लें और सरकारी डिजिटल संपत्तियों का उचित नियंत्रण अपने हाथ में लें। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग किसी भी राजनीतिक दल द्वारा न किया जाए, और इसके लिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।