शनिवार को भाजपा मुख्यालय में महासचिवों की बैठक करीब ढाई घंटे चली। सूत्रों ने बताया कि बैठक में सभी महासचिव रहे मौजूद रहे जो भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में हुई। दिल्ली भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले ये बैठक खास इसलिए है क्योंकि भाजपा ने अभी तक दिल्ली के मुख्यमंत्री को तय नहीं किया है। खबर है पार्टी नेतृत्व ने कई नामों पर चर्चा की। ख़बर है कि सीएम के अलावा दिल्ली में 7 मंत्री बनाए जा सकते हैं स्पीकर डिप्टी स्पीकर के दो पद हैं और एक पद मुख्य सचेतक का होता है हालांकि मुख्य सचेतक का पद मंत्री की तरह नहीं होता लेकिन विधानसभा में उसकी भूमिका अहम होती है। पार्टी किसी एक महिला को मंत्री पद या बाकी 9 पदों में से कोई पद जरूर देगी परंपरा यही है 10 खास पदों के लिए विधायकों के चयन में ये देखा जाता है कि अधिकांश समुदायों और दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र को प्रतिनिधित्व मिल जाए। दिल्ली खास इसलिए है कि जातिगत, सामाजिक समीकरण के साथ ही भौगोलिक आधार पर संभावित लोगों के नाम पर चर्चा हुई। ये अब तय है कि मुख्यमंत्री चुने हुए मौजूदा 48 विधायकों में से ही 1 होगा।
बीजेपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिल्ली में मंत्रिमंडल की 19 या 20 फरवरी को शपथग्रहण हो सकता है। उससे पहले विधायक दल की बैठक 17 या 18 फरवरी को हो सकती है। खबर है कि पीएम मोदी के साथ गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा और अन्य बीजेपी के शीर्ष नेताओं की बैठक में अंतिम फैसला होगा। हालांकि पूरा हो चुका है। 48 में से 15 विधायकों के नाम शार्ट लिस्ट हो चुका है। करीब 9 नाम मुख्यमंत्री समेत मंत्री और स्पीकर के लगभग तय हैं।
पहली कैबिनेट में क्या होगा?
सूत्रो के हवाले से खबर दिल्ली में बीजेपी सरकार के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में यमुना को लेकर होगा बड़ा फैसला लिया जायेगा । पहली कैबिनेट की बैठक में यमुना रिवर फ्रंट बनाने का फैसला होगा। यमुना में सफाई के लिए किनारो पर STP बनाए जाएंगे, यमुना में गिरने वाले इंडस्ट्रियल waste को रेगुलेट किया जाएगा। केंद्र सरकार के जलशक्ति मंत्रालय के सहयोग से यमुना नदी में बहने वाले पानी के फ्लो को बढाया जाएगा और पाकिस्तान जा रही नदियों के सरप्लस और व्यर्थ पानी को भी यमुना नदी में छोड़ा जा सकता है। गंगनगर को भी यमुना से जोड़ा जा सकता है ताकि यमुनी का फ्लो बना रहे।