दिल्ली के सीएम रहे साहिब सिंह वर्मा भी उसी शालीमारबाग से पार्षद और विधायक रहे जहां से रेखा गुप्ता आती हैं रेखा गुप्ता ने कहा कि बचपन से साहिब सिंह वर्मा की मेहनत की चर्चा हर जगह होती है। वे बताती हैं कि वे बचपन में ही परवेश और रचना के साथ एक ही स्कूल में पढ़ी थीं और पार्षद से मुख्यमंत्री बनने तक का उनका सफर देखा है। रेखा गुप्ता ने कहा कि वे भी उनकी तरह बनना चाहती हैं और परवेश वर्मा के साथ मिलकर काम करेंगी। खास बात रेखा ने कही कि बेटी मुख्यमंत्री बेटा मंत्री ( उल्टा भी हो सकता था ) ,लेकिन घर में भी बड़ी बेटी को चीज़े दे दी जाती है। मैं उनकी जैसी बनना चाहती हूँ। हम दोनों भाई बहन ( परवेश और रेखा) मिलकर काम करेंगे। जब बेटी मुख्यमंत्री और बेटा मंत्री हो सकता है, तो यह साफ है कि उनका परिवार राजधानी की सेवा में पूरी तरह समर्पित है।
रेखा गुप्ता ने अपने छात्र जीवन की एक याद साझा करते हुए बताया कि जब वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनी थीं, तब साहिब सिंह वर्मा ने खुद उन्हें बधाई दी थी।
“आज उनकी बेटी दिल्ली की मुख्यमंत्री है और बेटा (प्रवेश वर्मा) मंत्री हैं। यह उलटा भी हो सकता था, लेकिन हमारे संस्कारों में बड़ी बहन को प्राथमिकता दी जाती है। हम मिलकर साहिब सिंह वर्मा के सपनों की दिल्ली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” उन्होंने कहा।

दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने हाल ही में रोहतक रोड का दौरा किया, जो हरियाणा को दिल्ली से जोड़ती है। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की ड्रेनेज और सड़क मरम्मत कार्यों की स्थिति का जायजा लेना था। फरवरी में यहां ड्रेनेज का निर्माण कार्य आरंभ हुआ, जिसकी लागत लगभग 115 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे 14 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। इस 18 किलोमीटर के स्ट्रेच का निर्माण पीरागढ़ी से टिकरी बॉर्डर तक होना है।
मंत्री वर्मा ने इस सड़क के निर्माण का कार्य पीडब्ल्यूडी से नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को ट्रांसफर कर दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस कार्य के लिए इंडियन गैस लिमिटेड (IGL) और दिल्ली मेट्रो से जल्द से जल्द परमिशन ली जाए, ताकि परियोजना की लागत अनावश्यक रूप से न बढ़े। गौरतलब है कि प्रवेश वर्मा ने हाल ही में नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 4,000 से अधिक मतों से हराकर ‘जायंट स्लेयर’ के रूप में पहचान बनाई है।
साहिब सिंह वर्मा का राजनीतिक सफर
15 मार्च 1943 को दिल्ली के मुंडका गांव में एक किसान परिवार में जन्मे साहिब सिंह वर्मा ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से की थी। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर वे पहली बार दिल्ली नगर निगम के सदस्य चुने गए और बाद में 1996 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने दो साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। 15 मार्च को दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने हाल ही में रोहतक रोड का दौरा किया, जो हरियाणा को दिल्ली से जोड़ती है। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की ड्रेनेज और सड़क मरम्मत कार्यों की स्थिति का जायजा लेना था। फरवरी में यहां ड्रेनेज का निर्माण कार्य आरंभ हुआ, जिसकी लागत लगभग 115 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे 14 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। इस 18 किलोमीटर के स्ट्रेच का निर्माण पीरागढ़ी से टिकरी बॉर्डर तक होना है।
मंत्री वर्मा ने इस सड़क के निर्माण का कार्य पीडब्ल्यूडी से नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को ट्रांसफर कर दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस कार्य के लिए इंडियन गैस लिमिटेड (IGL) और दिल्ली मेट्रो से जल्द से जल्द परमिशन ली जाए, ताकि परियोजना की लागत अनावश्यक रूप से न बढ़े। गौरतलब है कि प्रवेश वर्मा ने हाल ही में नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 4,000 से अधिक मतों से हराकर ‘जायंट स्लेयर’ के रूप में पहचान बनाई है।