दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिल्ली सरकार के नए बजट पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के बजट को “जुमलों और झूठ का दस्तावेज” करार दिया। यादव के मुताबिक, भाजपा सरकार के इस बजट में विकास की सच्ची मंशा का अभाव है और यह दिल्ली की जनता के साथ छलावा है।
यादव ने आरोप लगाया कि शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में 2013-14 के दौरान बजट का कैपिटल एक्सपेंडिचर 34.3 प्रतिशत था, जो दिल्ली के चहुँमुखी विकास के लिए समर्पित था। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार इसे घटाकर 28 प्रतिशत पर समेटकर अपनी पीठ थपथपा रही है, जो विकास की दिशा में दूरदर्शिता की कमी दर्शाता है। यादव का मानना है कि यह सरकार विकास की बजाए केवल जुमलेबाजी करके जनता को गुमराह कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता महिलाओं के कल्याण के नाम पर छल कर रही हैं। महिला सशक्तिकरण की योजनाओं पर कटौती कर दिया गया है, जिससे महिलाओं के हित प्रभावित हो रहे हैं। महिला समृद्धि योजना के तहत 2500 रुपये प्रति महिला देने के वादे का जिक्र करते हुए यादव ने कहा कि बजट में इसे लागू करने के लिए पर्याप्त प्रावधान नहीं किया गया है।
देवेन्द्र यादव ने जल संकट और यमुना की सफाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बजट में अपर्याप्त प्रावधानों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की समस्या विकट हो सकती है, जबकि सरकार इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही है।
कुल मिलाकर, यादव का दावा है कि भाजपा का यह बजट दिल्ली की आम जनता के विकास और कल्याण के वादों पर खरा नहीं उतरता। उन्होंने इस बजट को केवल जुमलेबाजी करार दिया और कहा कि यह दिल्ली की जनता के साथ किया गया एक बड़ा छल है।