एमसीडी मेयर के चुनाव ऐलान को 2 दिन से ज्यादा हो गया सियासी पार्टियों ने बिसात बिझानी शुरू कर दी। कांग्रेस चुनाव से पहले कई आम आदमी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शामिल करके खेल में मौजूदगी दर्ज करा रही तो आप ने रणनीति बनानी शुर कर दी है ताकि विधानसभा चुनाव की हार का बदला लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने के इस सियासी मौके को अपने पक्ष में भुना सके।
सियासी तौर पर सबसे मजबूत बीजेपी अपने पत्ते नही खोल रही लेकिन छनकर सूत्रों के हवाले से खबर है कि यूपी से आने वाले पार्षद पर पार्टी दांव लगा सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नही हुआ है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बिहार के बाद यूपी दूसरा बड़ा राज्य है जहां से प्रवासी दिल्ली में काफी तादाद में रहते हैं लेकिन हालिया विधासभा चुनाव में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया बावजूद इसके ये मिडल क्लास से ताल्लुक रखते हैं और बीजेपी के कोर वोटर माने जाते हैं। संगठन स्तर पर भी संतुलन साधने की कोशिश हो रही है। मेयर चुनाव इसलिए भी खास मौका है क्योंकि दो साल बाद उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होगें।
चौथी बार मेयर के चुनाव में जनरल कैटिगरी का होगा पार्षद
साल 2022 निगम चुनाव के बाद सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से शैली ओबरॉय महिला पार्षद होने के नाते मेयर बनी, दूसरी बार भी मेयर पर के लिए पार्टी ने शैली को ही उम्मीदवार बनाया। तीसरे साल में दलित पार्षद के लिए मेयर पद आरक्षित होने के कारण आप के महेश खींची मेयर बने। इस बार जो भी मेयर बनेगा वो डीएमसी एक्ट के हिसाब से जनरल कैटिगरी का होगा।
चौथी बार चुना गया मेयर क्या 5 वीं बार भी होगा रिपीट?
राजनीति में ये जरूरी नही कि जो होता आया है वही हो। दरअसल, दिल्ली नगर निगम में अब तक देखा गया कि चौथे साल के ही मेयर को 5 वें साल भी रिपीट कर दिया जाता है हालांकि ये सियासी पार्टी पर निर्भर करता है कि अगले साल महापौर बदल देगी या उसी पार्षद को दोबारा मौका दे देगी। साल 2027 में दिल्ली नगर निगम का चुनाव होगा।