क्या हो अगर दिल्ली विधानसभा में विधायक अपनी उपस्थिति दर्ज करा दें, बिना किसी कागज़ के इस्तेमाल सारी विधानसभा की कार्रवाई भी पूरी हो जाए। है ना अचंभा करने वाली बात लेकिन ये हो चुका है उड़ीसा विधानसभा में। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता उड़ीसा के दौरे पर हैं ताकि दिल्ली विधानसभा को भी उड़ीसा की तरह ज़ीरो पेपर यूज़ हो। स्पीकर के साथ दिल्ली विधानसभा प्रतिनिधि मंडल ने ओडिशा राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी और मुख्यमंत्री मोहन चरन मांझी से शिष्टाचार भेंट की।
उड़ीसा विधानसभा में क्या नया हुआ?
सदन में सदस्य डैशबोर्ड पर स्वयं अपनी उपस्थिति ना केवल दर्ज करा सकते हैं। बल्कि विधानसभा की सारी कार्रवाई डैशबोर्ड पर होती है। उड़ीसा के मुख्यमंत्री ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरन मांझी ने बताया कि तकनीक के उपयोग से किसी प्रकार का कागज इस्तेमाल नहीं होता। यही वजह है कि विधानसभा पेपरलेस होने की तरफ बढ़ गई।
दिल्ली विधानसभा प्रतिनिधि मंडल में विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, विजेंद्र गुप्ता ने सुरमा पाढ़ी से मुलाकात कर दिल्ली विधानसभा को पेपरलेस बनाने संबंधी योजना पर गहन चर्चा की। सुरमा पाढ़ी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा को कागजमुक्त बनाने के प्रयासों में ओडिशा विधानसभा हर संभव मदद करेगी।
दिल्ली विधानसभा जल्द ही 550 किलोवॉट सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगी। दिल्ली विधानसभा प्रतिमाह 15 लाख रुपए बिजली व्यय की बचत करेगी। कंभमपति ने कहा कि वे भी दिल्ली विधानसभा की तर्ज पर राजभवन में सौर ऊर्जा प्रणाली को अपनाएंगे।