डायन भी 7 घर छोड़कर वार करती है लेकिन दिल्ली पुलिस में तैनात कुछ अधिकारी ये नहीं मानते जिसका नतीजा भी मिल गया। सिविक सेंटर के ख़ूफ़िया कैमरे में आज एमसीडी नहीं बल्कि कै़द हो गया एक पुलिस वाला जो निर्माण के एवज़ में वसूली कर रहा था। बस पंगा मोल ले लिया एक रिटायर्ड पुलिस वाले से और भांडा फूट गया। दिल्ली पुलिस के थाना माडल टाउन के सूत्र ने बताया कि एएसआई 2 लाख रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। पीड़ित आम आदमी नही बल्कि दिल्ली पुलिस का ही एक रिटायर्ड इंस्पैक्टर है जिसके मकान में निर्माण या मरम्मत थाने का पुलिस वाला नहीं करने दे रहा था। हालांकि पीड़ित पुलिस वाले को पुलिस में होने का फायदा तब मिला जब मांगी जा रही रकम घटाकर 8 लाख से 4 लाख कर दी गई। फिर क्या था एएसआई कल्ली को विजिलेंस ने धर लिया। देश के गृहमंत्री अमित शाह की भी बात मॉडल टाउन थाने ने नहीं मानी
1 मार्च 2025 को जारी आदेश में कहा गया कि किसी भी तरह के निर्माण में दखल या इज़ाजत पुलिस का काम नही है। यानि देश की सबसे स्मार्ट पुलिस दिल्ली पुलिस से निर्माण के मामले में किसी भी तरह की परमिशन लेने की जरूरत नही है। पुलिस की हनक भले ही कम हो गई हो लेकिन लोगों में खाकी का डर आज भी कायम है। कुछ पुलिसवाले इसी का फायदा उठाते हैं।