भारत की प्राचीन संस्कृति को विश्व में स्थापित करते हुए, योग को वर्ष 2014 में, 177 देशों के साथ मान्यता और 177 देशों की सहमति के साथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व योग दिवस की संयुक्त राष्ट्र संघ में शुरुआत की। तब से ही विश्व के कई देशों ने इस योग दिवस को मनाना शुरू किया है। योग भारत की संस्कृति की सॉफ्ट पावर है। ये एक जीवन पद्धति है जो हमें सुखमय और स्वस्थ जीवन का रास्ता देती है। योग भारतीय जीवन संस्कृति का अभिन्न अंग है। मौजूदा दिल्ली सरकार ने योग का बड़ा आयोजन किया जिसका बड़ा गवाह बना छत्रसाल स्टेडियम।

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के प्रयासों से, 20,000 से ज्यादा लोग शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले 11 स्टेडियम / खेल परिसरों में योग साधकों ने संस्कृति का, दृढ इच्छा शक्ति का, बड़ा उदाहरण पेश किया।
प्रधानमंत्री जी के इस इनिशिएटिव को, जिसने भारत को एक शक्ति के रूप में, हमारी संस्कृति को, हमारी सांस्कृतिक डिप्लोमेसी को आगे बढ़ाने का काम किया, उसके लिए उनका आभार व्यक्त करते हूँ ऒर आप सभी योग साधकों को नमन करता हूं कि आपने आज इस बड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेकर इसको भव्य बनाया। उन्होंने यह भी कहा की आज का योग का यह भव्य आयोजन दिल्लीवासियों की स्वस्थ एवं जागरूक जीवनशैली के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
शिक्षा मंत्री आशीष सूद