भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की आज अरविंद केजरीवाल की पार्टी दिल्ली नगर निगम महापौर पद का चुनाव जीत कर भी हार गई और अब अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के संयोजक के पद पर बने रहने का नैतिक आधार भी खो दिया है।
सचदेवा ने कहा है की आज आम आदमी पार्टी के कम से कम 8 पार्षदों ने अपना वोट भाजपा के पक्ष में दिया और 2 अन्य ने जानबूझकर वोट को अमान्य करा जो अरविंद केजरीवाल की बड़ी नैतिक हार है।
सचदेवा बोले हम प्रारम्भ से ही कहते रहे हैं की अरविंद केजरीवाल दलित विरोधी हैं और आज नगर निगम सदन में 10 पार्षदों ने आम आदमी पार्टी के महापौर पद के दलित प्रत्याशी के पक्ष में वोट नही किया जो कहीं ना कहीं पार्टी के दलित विरोध का भी परिणाम हो सकता है।
किसी भी “आप” पार्षद ने जिस तरह बिना भाजपा की सदस्यता लिये अरविंद केजरीवाल के महापौर प्रत्याशी के विरूद्ध वोट दिया है वह साफ दिखाता है की बहुत शीघ्र “आप” के बागी पार्षद अलग पार्टी भी बना सकते हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की एक बात तय है “आप” पार्षदों ने तो केजरीवाल को आज पहला झटका दिया है, शीघ्र कुछ विधायक भी दे सकते हैं और असली झटका तो फरवरी में दिल्ली की जनता देगी।
