दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते व्यापारियों और उद्यमियों के सबसे महत्वपूर्ण संगठन, चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI), अगले हफ्ते एक महापंचायत का आयोजन करेगा। इस महापंचायत में व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ इंडस्ट्रियल एरिया के प्रमुख उद्यमी भी भाग लेंगे। CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि यह बैठक कॉन्सटीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित की जाएगी, जिसमें व्यापारियों और उद्यमियों के विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
दिल्ली में मौजूद 56 औद्योगिक क्षेत्रों की अपनी-अपनी समस्याएं हैं। कुछ जगहों पर फ्री होल्ड की समस्याएं हैं, तो कुछ जगह सर्कल रेट में अनियमितताएं देखने को मिलती हैं। फैक्ट्री लाइसेंस को लेकर भी उद्यमियों में असंतोष है। इसके अलावा, फायर एनओसी, सड़क, सीवर, पानी, और महंगी बिजली के मुद्दे भी चर्चा के केंद्र में रहेंगे।
बृजेश गोयल के मुताबिक, बाजारों के मार्केट एसोसिएशन्स की अपनी अलग मांगे हैं। होटल-रेस्टोरेंट्स, बैंक्वेट इंडस्ट्री और महिला कारोबारियों के भी विशिष्ट मुद्दे हैं। CTI के महासचिव गुरमीत अरोड़ा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने जानकारी दी कि इस महापंचायत में 500 से अधिक प्रतिनिधि विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श करेंगे और एकमत से निर्णय पर पहुंचेंगे।
यह ध्यान देने योग्य है कि इस महापंचायत में किसी भी राजनेता को आमंत्रित नहीं किया गया है। सभी व्यापारी इस मंच से अपनी आवाज को राजनीतिक पार्टियों के समक्ष पुरजोर तरीके से उठाएंगे, ताकि उनके मुद्दों को सुना जा सके। महापंचायत में कश्मीरी गेट मार्केट, मोरी गेट, चांदनी चौक, खारी बावली, गांधी नगर, सरोजनी नगर, चावड़ी बाजार, सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, लाजपत नगर, खान मार्केट, कनोट प्लेस, कमला नगर आदि बड़े बड़े बाजारों के व्यापारी संगठन शामिल होंगे
