12 हजार सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति छलावा और सीएजी रिपोर्ट से ध्यान भटकाने वाला बीजेपी ने किया ये बड़ा दावा
आप शासित एमसीडी में 12 हजार सफाई कर्मचारियों को पक्का किये जाने के पार्टी के प्रस्ताव को विपक्ष में बैठी बीजेपी ने छलावा करार दिया है। दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार एवं नगर निगम दोनों में सत्ता में रहते हुए भी आतिशी मार्लेना एवं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को धोखा दिया और अब दिल्ली सरकार में विपक्ष में आने पर भी सुश्री आतिशी मार्लेना कर्मचारियों को सेवा नियमितीकरण पर धोखा देने का प्रयास कर रही हैं। भाजपा नेताओं ने कहा है की “आप” नेतृत्व की 12 हजार अस्थाई नगर निगम कर्मचारियों को स्थाय करने की घोषणा पूरी तरह छलावा है
एमसीडी नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा है की 23 फरवरी को आतिशी मार्लेना ने घोषणा की है कि नगर निगम की 25 फरवरी 2025 की आम सदन बैठक में प्रिएमबल प्रस्ताव पारित कर 12 हजार कर्मियों का नियमितीकरण करेंगे जो निगम कर्मियों विशेषकर सफाईकर्मियों के साथ एक छलावा है।
आतिशी मार्लेना 25 फरवरी को 12 हजार अस्थाई निगम कर्मियों को नियमित करने का दावा कर रही हैं जबकि आज 23 फरवरी तक कर्मचारियों को नियमित करने का कोई प्रिएमबल प्रस्ताव दिल्ली नगर निगम सचिव आफिस में नही बना है। उन्हे मालूम है की कर्मचारी नियमितीकरण प्रिएमबल बनाने से पहले नगर निगम आयुक्त एवं वित्तीय विभाग की स्वीकृति जरूरी होती है जो आज 23 फरवरी तक मांगी ही नही गई है, यह सब एक छलावा था और रहेगा।
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा है की दिल्ली विधानसभा में 25 फरवरी को सी.ए.जी. रिपोर्ट रखी जायेगी जो “आप” नेताओं को कटघरे में खड़ा करेगी तो वहीं निगम सदन में “आप” बहुमत पर भी प्रश्न चिन्ह लगेगा और इसी सबको काऊंटर करने के लिए निगम में “आप” नेता यह कर्मचारी नियमितीकरण प्रिएमबल प्रस्ताव की नौटंकी ला रहे हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा है की “आप” नगर निगम में बहुमत खो रही है और जब भी भाजपा निगम में सत्ता में आयेगी हम सभी अस्थायी कर्मियों को प्रशासनिक व्यवस्थाओं का पालन करते हुए नियमित करेंगे।
सफाई कर्मचारी आयोग के चैयरमैन संजय गहलोत x पर लिखा अभी अभी आतिशी जी द्वारा एक झूठी प्रेस वार्ता सुनी ,,जिसमे कहा गया है सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा, न तो इनके पास कोई संख्या है कि कितने कर्मचारी पक्के होने है न फण्ड है न स्टैंडिंग कमेटी,, सवाल उठता है फिर ये कैसे करेंगे,रस्सी जल गई ,बल नही गए