अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ को 50 साल पूरे हुए और आखिरकार गोल्डन जुबली साल में महासचिव को तौर पर एक महिला को चुना गया। शिक्षकों के सबसे बड़े संगठन अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ साल 1975 में स्थापित हुआ। संघ के अध्यक्ष के रूप में अरविन्द मिश्रा ने शपथ ली। संघ के महासचिव डॉ रामचंद्र डबास ने बताया कि संघ ने 5वे , 6वे , एवं 7 वे वेतन आयोग के सामने शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करके सम्मानजनक वेतनमान दिलवाया । शिक्षकों ACP कई प्रयास के बाद लागू करवाया । प्राथमिक अध्यापकों के नाम के सामने से सहायक शब्द हटवाया । प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शब्द को को प्रधानाचार्य में परिवर्तित करवाया । महिला शिक्षिकाओं कि BLO ड्यूटी को हटाने में भी महत्तवपूर्ण भूमिका रही । इसके बाद उन्होंने कहा कि 1992 से लेकर अब तक लगभग 33 वर्ष उन्होंने संघ के महासचिव की जिम्मेदारी संभाली है और वो अब अपनी इस जिम्मेदारी को नई पीढ़ी को सौंपते हुए पूरी कार्यकारिणी को भंग करते हैं ।
अब तक अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ ने निगम शिक्षकों के लिए क्या-क्या किया?
संघ की कार्यकारिणी के चुनाव जनकपुरी में स्थित शिक्षक भवन में हुए । अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अरविन्द मिश्र ने कहा कि कार्यकारिणी के चुनाव के लिए जनरल कौंसिल की बैठक बुलवाई गई थी । इसमे दिल्ली नगर निगम के सभी जोन के शिक्षक पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए । चुनाव के लिए राजपाल सिंह सेहरावत , उप निदेशक (शिक्षा , दिल्ली सरकार ) से सेवानिवृत , एवं GSTA के पूर्व सचिव को मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया जिनकी देख रेख में चुनाव हुआ ।
कार्यकारिणी को सलाह देने के लिए एक सलाहकार समिति का गठन किया गया जिसमे डॉ राम चंद्र डबास को चेयरमेन बनाया गया । महिला कार्यकारिणी अध्यक्ष के रूप में सीमा माथुर ,संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र धनकर वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनीता रानी , देवेन्द्र सिंह नैन , गोविंद प्रसाद अरजरिया ,एवं विनोद शर्मा , संयुक्त महासचिव नवीन सांगवान , उप महासचिव दीपक पंत , सचिव नरेश भारद्वाज, सुशील शर्मा ,शालिनी , एस. के . झा , शैलेन्द्र भुक्कल ,कार्यालय सचिव रमेश द्विवेदी ,प्रचार सचिव शमसुद्दीन , प्रतीक सहरावत, रीना दहिया, श्वेता चौधरी,मिनाक्षी नांदल, जसदेव सिंह,कोषाध्यक्ष विक्रम सिंह, उपाध्यक्ष मुकेश बल्हारा , ज्योति जुलका, मनीषा, शशि, आरती कार्यकारी अध्यक्ष रविंदर प्रधान जी को चुना गया ।
कार्यकरिणी के सभी सदस्यों ने शपथ ग्रहण की एवं शिक्षा , शिक्षार्थी और शिक्षक हित के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करने का वादा किया ।