दिल्ली की सत्ता से बेदखल हो चुकी आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम की सत्ता भी खो चुकी है हालांकि गुजरात और पंजाब उपचुनाव में जीत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह भर गया है जिसका असर दिल्ली नगर निगम की पक्ष में बैठी आम आदमी पार्टी पर भी पड़ा है। और यहीं से सत्ताधारी भाजपा के लिए चुनौती शुरू हो चुकी है जिसका पहला अवसर आप के नेताओं को 27 जून यानी कल दोपहर 2 बजे होने जा रही स्टैंडिंग कमेटी की पहली बैठक में मिलेगा। आप से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार 27 जून को होने वाली स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में हंगामे के प्रबल आसार हैं।
3 साल बाद हो रही है स्टैंडिंग कमेटी की बैठक
निगम के आंकड़ों के मुताबिक आखिरी स्टैंडिंग कमेटी की बैठक साल 2021 में हुई तब बीजेपी सत्ता में थी और निगम भी तीन भागों में बंटा हुआ था। साल 2022 में निगम चुनाव हुए और सिंगल लार्जेस्ट पार्टी के तौर पर आम आदमी पार्टी 134 सीट जीती थी बीजेपी के 15 साल के शासन को उखाड़ फेंका था लेकिन साल 2025 में भाजपा अपना मेयर बनवाने में कामयाब रही। आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद ढाई साल बीत गए बावजूद इसके स्टैंडिंग कमेटी का गठन नहीं हो पाया था।
क्या करती है स्टैंडिंग कमेटी?
निगम सचिवालय ने बताया कि 5 करोड़ से ऊपर के प्रोजेक्ट को अप्रूवल देने का काम स्टैंडिंग कमेटी करती है यही वजह है सबसे पावरफुल फाइनेंशियल कमेटी होने के नाते 5 करोड़ से ऊपर के प्रोजेक्ट बड़े लेआउट प्लान की मंजूरी यह सब कुछ अप्रूवल देने का काम स्टैंडिंग कमेटी ही करती है। पता चला है कि ढाई साल से 5 करोड़ से ऊपर के करीब डेढ़ सौ प्रोजेक्ट लंबित हैं जिनको स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में मंजूरी मिल सकतीहै। इस मीटिंग में स्टैंडिंग कमेटी के 18 सदस्य भाग लेंगे जिसमें बहुमत में बीजेपी है। करीब 8 आम आदमी पार्टी के पार्षद इस मीटिंग में शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि गाजीपुर बूचड़खाना में ingesta treatment (पशुओं के पेच में अनाज को ट्रीट करना वाला प्लांट) लगाना है जिसकी लागत करीब 7 करोड़ है यही वजह है इसका भी प्रस्ताव आ सकता है। नरेला में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का निर्माण और करीब 70 बिल्डिंग प्लान की मंजूरी संबंधित प्रस्ताव कल स्टैंडिंग कमेटी की पहली मीटिंग में आ सकता