22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद जिस तरह विपक्ष सत्ता के साथ एक सुर में रहा वही अब सीजफायर पर सवाल पूछ रहा। विपक्ष की इस रणनीति से बीजेपी को इस बार युद्ध का पहले जितना सियासी फायदा नहीं मिल रहा। वही बीजेपी ने तिरंगा यात्रा के जरिए सैनिकों के सम्मान को घर घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
दिल्ली में सैनिकों के सम्मान में शौर्य सम्मान यात्रा निकाली गई जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत कैबिनेट मंत्री शामिल रहे। ये शौर्य यात्रा
कर्तव्य पथ से नैशनल वार मैमोरियल तक निकली जिसे तिरंगा यात्रा कहा गया। यात्रा में शामिल हजारों नागरिकों, स्काउट एवं एन.सी.सी. कैडेट्स के हाथों में तिरंगा लहरा रहा था।

कर्तव्य पथ से नेशनल वार मेमोरियल तक जाएगी यात्रा, मंगलवार शाम 4 से 6 तक शौर्य यात्रा कर्तव्य पथ से नेशनल वार मेमोरियल तक यात्रा गई।

यात्रा में शामिल दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि “भारत एवं पाकिस्तान के बीच सीजफायर का स्वागत है हम आशा करते हैं की पाकिस्तान इस सीजफायर के प्रति इमानदार रहेगा।”

भारत कभी भी आम पाकिस्तानी नागरिक के प्रति युद्ध नही करना चाहता था, हमारी लड़ाई पाकिस्तान सेना एवं सरकार के संरक्षण में पाकिस्तान की भूमी से चलते आतंकवाद से है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की यह सीजफायर पाकिस्तान सेना एवं सरकार के लिए एक सुनहरा अवसर है और पाकिस्तान को अब अपने देश से आतंकवाद को बाहर करना चाहिए।