12 जुलाई तक मलेरिया के 101, डेंगू के 246 और चिकनगुनिया के कुल 17 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अब तक 71 हजार 86 घरों में बीमारी फैलाने वाले मच्छरों का प्रजनन पाया गया है। जबकि ठीक इसी समय के दौरान मलेरिया के 2023 में 26, 2022 में 21 और 2021 में कुल 13 मामले ही सामने आये थे। बरसात का मौसम चरम पर है, ऐसे में आने वाले दिनों में दिल्ली वालों को और ज्यादा परेशानी हो सकती है और उनकी जान खतरे में पड़ सकती है।
पिछले साल जुलाई के दूसरे सप्ताह में मलेरिया के दिल्ली में केवल 90 मामले सामने आये थे जबकि इस साल यह आंकड़ा 101 तक पहुंच गया है। बरसात के मौसम में फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए एमसीडी की संजीदगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन ( रजि ) ने 22 जुलाई 2025 को हड़ताल की घोषणा कर दी है।
क्यों हो रही है कल से हड़ताल
दिल्ली के सभी MTS (PH) DBC/CFW कर्मचारियों ने 22 जुलाई 2025 को समय 10:00 बजे दिल्ली नगर निगम मुख्यालय पर अपनी सालों से लंबित मांगों को लेकर हड़ताल करने जा रहे हैं। DBC /CFW कर्मचारी लगातार दिल्ली नगर निगम में पिछले 29 वर्षों से कार्यरत है। इसके लिए कर्मचारी उपराज्यपाल को, दिल्ली के मुख्यमंत्री को, निगम कमिश्नर को और आला अधिकारियों को कई बार पत्र द्वारा और मौखिक रूप से अवगत करा चुके है। कई बार बातचीत और मीटिंग के लिए भी कहा। पहले डीबीसी कर्मी का 6 महीने में कांट्रैक्ट रद्द होजाता था लेकिन एमटीएस स्टाफ बन जाने से अब ऐसा नही होता। 28 साल पुरानी मांगे मान लिए जाने पर एक नई मुसीबत शुरू हो गई। मेडिकल लीव नही मिल रही और सैलरी का अंतर बढ़ गया।
अधिकारियों ने किये वादे, नहीं दी मिनट्स की कॉपी
8जुलाई 2025 को दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य अधिकारी की चेयरमैनशिप में कर्मचारियों के साथ मीटिंग की गई। जिसमें कोई हल नही निकलने से कर्मचारी गुस्से में हैं। एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन ( रजि ) महासचिव देवानंद शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों में जूनियर को सीनियर और सीनियर को जूनियर किया जा रहा है जो की कानूनन खिलाफ है। इसके लिए कोई भी अधिकारी कर्मचारी की सुनने को तैयार नहीं है। कई जूनियर कर्मचारियों को उनकी सैलरी बढ़ाकर भी दी जा रही है । साल 1996 से कार्यरत कर्मचारियों को आज तक भी मिनिमम वेज पर रखा जा रहा है। कोई सुनवाई न होने पर और किसी भी तरीके से कोई भी अधिकारी कर्मचारी के साथ हो रहे भेदभाव को गंभीरता से नहीं ले रहा है। कर्मियों का मुद्दा पहले स्टैंडिंग कमिटी में पार्षदों ने उठाया फिर 17 जुलाई 2025 को निगम प्रशासन और एडिशन कमिश्नर द्वारा आयोजित मीटिंग में कोई फैसला लिखित रूप से न आने के कारण भी कर्मचारियों में भारी रोष है। 5 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है कोई भी हल नहीं निकल पाने के कारण कर्मचारियों ने 22 जुलाई 2025 को दिल्ली नगर निगम मुख्यालय पर हड़ताल करने का फैसला लिया। जिसकी पूर्णतया जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । और इसके बावजूद भी हल नहीं निकला तो सभी कर्मचारी प्रतिदिन रोड पर 12 जोनों में पूरी ताकत के साथ पैदल परेड कर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए मार्च करेंगे।
डिप्टी मेयर ने माना सैलरी का अंतर
डिप्टी मेयर जय भगवान यादव ने कहा कि हमने रेगुलर किया पहले तो इनको हटा दिया जाता। सैलरी में डिफरेंस अलग-अलग प्रस्ताव की वजह से हुआ है। अंत्योदय के नाते हम इनके पक्ष में हम खड़े हैं। डिमांड पूरी करने में कोई दिक्कत नही है। 1100 आरोग्य मंदिर खोलने हैं लिहाजा अधिकारी बिजी हो सकते हैं। लेकिन इनकी मीटिंग हुई है तो मामला प्रोसेस में होगा। इनकी फाइल हेल्थ मिस्टर के पास है।
जलजनित बीमारियों का आलम क्या है तो एमसीडी की माने तो अभी तक 10 हजार 426 लोगों के खिलाफ अभियोजन की कार्रवाई की जा चुकी है और उनसे अब तक 9 लाख 25 हजार 307 रूपये की वसूली की जा चुकी है।
