नई दिल्ली में दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना ने एक महत्वपूर्ण ‘संवाद’ में दिल्ली नगर निगम के स्वच्छता सैनिकों के साथ वार्ता की। इस कार्यक्रम का आयोजन केदारनाथ साहनी सभागार में हुआ, जहां उपराज्यपाल ने सफाई कर्मचारियों के काम की सराहना की और उन्हें दिल्ली की रीढ़ बताया। उपराज्यपाल ने कहा, “बड़े फैसले लेते समय डरना गलत नहीं है, लेकिन डरकर फैसले न लेना गलत है। अगर आप सच्चे मन से फैसला लेंगे तो कोई समस्या नहीं होगी। हमें दिल्ली को दुनिया की सबसे खूबसूरत राजधानी बनाना है। मैं दिल्ली के नागरिकों से भी आग्रह करता हूं कि वे दिल्ली को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दें।”
उपराज्यपाल ने कोरोना महामारी, यमुना की बाढ़ और जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सफाई कर्मचारियों की निष्ठा की प्रशंसा की। उन्होंने नई सरकार के आने को सफाई कर्मचारियों के लिए चुनौतीपूर्ण बताया और कहा कि दिल्ली की जनता द्वारा लाया गया परिवर्तन तभी दिखेगा जब शहर पूरी तरह स्वच्छ होगा।
उपराज्यपाल ने एमसीडी की जिम्मेदारियों पर जोर देते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रों में अभी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को सैनिकों की तरह बताया और कहा कि हर क्षेत्र में स्वच्छता अभियान तुरंत शुरू किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने जी-20 के दौरान उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और कहा कि बड़े निर्णय लेते समय डरना गलत नहीं है, लेकिन डर से निर्णय न लेना गलत है।
सक्सेना ने अंत में राजधानी को दुनिया की सबसे खूबसूरत शहर बनाने की अपने सपने को साझा किया और दिल्लीवासियों से स्वच्छता में योगदान देने का आग्रह किया। महापौर महेश कुमार ने भी सफाई कर्मचारियों की कड़ी मेहनत की सराहना की और उनके समर्पण को सराहनीय बताया। इस संवाद के साथ, स्वच्छता सैनिकों ने नई ऊर्जा और उत्साह के साथ दिल्ली को स्वच्छ और हरित बनाने का संकल्प लिया।