19 और 20 अप्रैल की दरम्यानी रात को 5 मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई और 11 लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। तभी से एमसीडी शाहदरा नॉर्थ ज़ोन ने इलाके में ऐसी इमारतों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया जिनमें स्ट्रक्चर और फ्रेमवर्क में खामी है। आपको जानकर हैरानी होगी अकेले एक ज़ोन में ही एमसीडी ने 142 इमारतों को नोटिस दे दिया है। इन्हें सील भी किया जा सकता है।
एमसीडी के आंकड़ो ने डराया
शाहदरा नॉर्थ जोन के अंतर्गत आने वाले दयालपुर इलाके में एमसीडी का अभियान लगातार जारी है और अब तक 142 खतरनाक इमारतें पहचान ली गई है। जिनमें कमियां या फिर उल्लंघन पाया गया। दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक दयालपुर नेहरू विहार में 32, बृजपुरी में 64, सीलमपुर दिलशाद गार्डन में 30 और मौजपुर ब्रह्मपुरी में 16 खतरनाक इमारतों की पहचान कर ली गई है।
भवन विभाग के अधिकारियों को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है ऐसे में खतरनाक इमारतों की पहचान कर सीलिंग की कार्रवाई भी हो सकती है। शाहदरा नॉर्थ ज़ोन के एक विश्वस्त सूत्र ने बताया वो खतरनाक इमारतें जिनकी खामियां नही ठीक हो सकती उन्हें सील भी किया जा सकता है।
दिल्ली को अवैध निर्माण की राजधानी भी कहते हैं ऐसे हादसों को रकने के लिए कानून के चाबुक से ज्यादा नीतिगत परिवर्तन जरूरी हैं। अवैध इमारतों को एमसीडी बुक करके उनकी डिटेल वेबसाइट पर डालती है। अवैध होने पर भारी जुर्माना भी निगम की तरफ से लगाया जाता है।