दिल्ली की ओखला, गाजीपुर और भलस्वा तीनों लैंडफिल साइट्स पर करीब 160 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है। दिल्ली में हर रोज़ 11 हज़ार टन पैदा कूड़े में सिर्फ 3000 टन ही प्रोसेस होता है बाकी 8000 अनट्रीट ही रहता है। साल 2000 तक दिल्ली में सिर्फ 400 टन कचरा पैदा होता था। कूड़े के ये डायनोसोर काफी रकम डकार रहे हैं। गाजीपुर और भलस्वा को खत्म करने में करीब 1200 करोड़ का खर्चा है जबकि ओखला को खत्म करने में 1000 करोड़ का खर्च होने की संभावना है।
दिल्ली से हर रोज़ निकलने वाला कूड़ा एक बड़ी चुनौती है। 3 लैंडफिल साइट्स कब खत्म होंगे? पर्यावरण मंत्री ने बड़ा दावा कर दिया है कि दिल्ली के ओखला, भलस्वा और गाजीपुर कूड़े के पहाड़ साल 2028 तक लुप्त हो जाएंगे वो भी डायनासोर की तरह। ये दावा है दिल्ली के पर्यावरण एवं वन मनजिंदर सिंह सिरसा का, हालांकि उन्होंने तीनों कूड़े के पहाड़ों को खत्म करने का कोई फ्रेमवर्क पेश नही किया।
सिरसा ने कहा कि हम दिल्ली की जनता से वादा करते हैं कि जिस प्रकार से दुनिया से डायनासोर लुप्त हुए थे उसी प्रकार दिल्ली से कूड़े के पहाड़ लुप्त हो जाएंगे। दिसंबर 2025 तक ओखला लैंडफिल साइट को खत्म करने का लक्ष्य है और अभी 20 लाख टन लीगेसी कचरे का निस्तारण किया जाना है और यहां जारी बायोमाइनिंग का काम 4 महीने में पूरा हो जाना चाहिए।
दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि “ओखला लैंडफिल साइट पर 60 लाख टन लीगेसी कचरा बायोमाइनिंग करके 20 लाख टन पर लाया गया साइट को दिसंबर 2025 तक समतल करने का लक्ष्य है लेकिन यह अक्टूबर 2025 में ही पूरा कर लिया जाएगा। कूड़े के पहाड़ को खत्म करके यहां पार्क विकसित किया जाए।”
उधर, एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने कहा कि “ओखला लैंडफिल पर लगा बोर्ड इनकी पोल खोल रहा है। जिस पर साफ-साफ लिखा हुआ है, यह प्रोजेक्ट दिसंबर 2024 में शुरू हुआ और दिसंबर 2025 में खत्म होगा। 2024 में एमसीडी के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार के द्वारा सेकंड फेस में काम शुरू कराया गया और अब तक 40 मी. पहाड़ खत्म किया गया। लेकिन क्रेडिट लेने पहुंच गए मजिंदर सिंह सिरसा। एमसीडी में आए हुए 20 दिन हुए हैं और बोल रहे हैं कि 40 मी. का पहाड़ हमने हटा दिया। क्रेडिट लेने ओखला लैंडफिल साइट पहुंच गए। आम आदमी पार्टी ने बहुत बेहतरीन काम किये। अब आप भी दिल्ली की जनता के लिए कुछ काम कर लो या सिर्फ आम आदमी पार्टी के कामों का क्रेडिट लेने और आम आदमी पार्टी को गाली देने की आदत हो गई है।”