दिल्ली के सफाई कर्मियों को दीवाली का तोहफा मिल गया। लंबे समय से निगम में परमानेंट करने की मांग करने वाले करीब 607 सफाई कर्मियों की दीवाली बन गई।
दिल्ली नगर निगम के सिविक सेंटर में आयोजित एक महत्वपूर्ण समारोह में मुख्यमंत्री आतिशी और महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने 607 सफाई कर्मियों को नियमितीकरण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उपमहापौर आले मोहम्मद इक़बाल, सदन के नेता मुकेश गोयल, और विपक्ष के नेता राजा इक़बाल सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुश्री आतिशी ने बाबा साहेब अंबेडकर और महर्षि वाल्मीकि को याद करते हुए कहा कि यह नियमितीकरण हमारे समाज के वंचित वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि कैसे अंबेडकर और वाल्मीकि ने समानता और शिक्षा के लिए संघर्ष किया। दिल्ली सरकार भी इन्हीं सिद्धांतों का पालन करती है और वर्ल्ड क्लास शिक्षा उपलब्ध कराती है।
मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने अरविंद केजरीवाल का संदेश पढ़ा, जिसमें उन्होंने सफाई कर्मियों के नियमितीकरण को दिवाली का तोहफा बताया। उन्होंने बताया कि कैसे यह कदम आम आदमी पार्टी की गारंटी को पूरा करता है। केजरीवाल ने कहा कि अब सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल रहा है, जो पहले उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी।
विपक्ष के नेता सरदार राजा इकबाल सिंह ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली नगर निगम के विकास में दलित महापौर का चुनाव और कमेटियों का गठन अनिवार्य है। उन्होंने सरकार से अपील की कि नगर निगम को सही मायनों में स्वतंत्र रूप से कार्य करने दिया जाए।
यह पहल दिल्ली सरकार की वंचित समुदायों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है और सफाई कर्मचारियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में है।