दिल्ली नगर निगम के नरेला जोन के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम कीटनाशक दवाइयों के उपयोग पर जोर दिया गया है। उपायुक्त (डीसी) पवन यादव ने नरेला के पंजाबी कॉलोनी स्थित समुदाय भवन में एमटीएस (पीएच) जैसे डीबीसी कर्मचारियों और फील्ड वर्करों को टिप्स दिया कि देहात के इलाकों में कम से कम कीटनाशकों का इस्तेमाल करके मच्छरों को पैदा होने से रोका जाए। करीब 300 कर्मियों ने गुर सीखे।

उपायुक्त यादव ने कहा, “उपायुक्त पवन यादव ने मच्छरों के प्रजनन को खत्म करने के लिए ज्यादा से ज्यादा बायोलॉजिकल पद्धति का उपयोग करने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में अभी भी लोग चौपाल में बताई गई बात एवं बड़े बुजर्गो के द्वारा बताई गई बातों का सम्मान करते हैं एवं उनकी बातें मानी जाती है। मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम सम्बन्धी स्वास्थ्य शिक्षा चौपाल के द्वारा और गांव प्रधान के द्वारा ग्रामीणों को दी जाए, तो काफी हद तक ग्रामीण इसका पालन करेंगे। अन्य उपलब्ध संसाधनों के साथ साथ इस तरह की स्वास्थ्य शिक्षा पर इस क्षेत्र के मलेरिया कर्मचारी को जोर देना चाहिए।।” जोन के उप-स्वास्थ्य अधिकारी, अजय हांडा, ने कहा, ” नरेला जोन में डेंगू के मामले अन्य क्षेत्रों से काफी कम दर्ज हुए हैं।”
एएमओ सुधीर राणा ने दावा किया कि मलेरिया रोधी दवाइयों की मशीनों की जाँच कर उन्हें तैयार रखा गया है। सभी आवश्यक दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।