दिल्ली विधानसभा चुनाव में 8 बीजेपी और 3 आप के पार्षद विधायक बन गए लिहाजा दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड में 11 सीट खाली हो गई। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में द्वारका से पार्षद कमलजीत सहरावत के सांसद बनने से 1 सीट पहले से ही खाली है। लिहाजा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने आज दिल्ली नगर निगम के उपचुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया और 12 रिक्त निगम वार्डों के उपचुनावों में कांग्रेस की संगठनात्मक स्थिति को मजबूत करने और जीत की रणनीति तैयार की । यादव ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि जल्दी से जल्दी उपचुनाव कराए जाएं, ताकि दिल्ली की जनता अपनी दैनिक समस्याओं के हल केकाग्रेस लिए निगम पार्षदों से सम्पर्क कर सके।
बैठक में प्रमुख नेताओं में पूर्व मंत्री डा. नरेन्द्र नाथ, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी जैसे जतिन शर्मा और सतेन्द्र शर्मा शामिल थे। इन सभी ने मिलकर आगामी चुनावों की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की।
देवेन्द्र यादव ने भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच सत्ता संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस राजनीतिक खींचतान की वजह से पिछले दो वर्षों से निगम का कार्य ठप्प पड़ा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के बीच जाकर भाजपा और आप के संघर्ष को उजागर करें, जिसने शहर के विकास कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
इस बात पर जोर दिया कि निगम के उपचुनावों में कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार खड़े करने की आवश्यकता है ताकि पार्टी पुनः अपनी जमीन मजबूत कर सके। उन्होंने कहा कि निगम चुनाव की प्रकृति छोटी होती है, और ऐसे में कांग्रेस के पास जीतने का सुअवसर है। पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता के सामने मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए, जिससे कांग्रेस उपचुनाव में विजय हासिल कर सके।