फायर और NDRF ने राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है।
मकान मालिक तहसीन है जिसके भतीजे जावेद का कहना है कि तहसीन अंदर फंसे हुए हैं।

मोहम्मद जावेद का कहना है कि इनके चाचा तहसीन इसी इमारत में रहते थे।
उनके परिवार में 7 से 8 लोग थे, जिनमे से सिर्फ एक बेटे को बाहर निकाला गया है
लोगों का कहना है कि इमारत पहले दो मंजिल थी, लेकिन चार पांच साल पहले इसके ऊपर दो और मंजिल बनाई गई थी
अभी भी करीब दस लोग फंसे हो सकते हैं।
इमारत में कितने लोग रहते थे, ये साफ नही है

उधर पुलिस के मुताबिक अब तक 18 निकाल लिए गए जिसमे 4 की मौत हो चुकी है जबकि 14 को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
मृतकों में चांदनी, दानिश, रेशमा और नावेद की मौत हो चुकी है।
जमीदोंज इमारत दयालपुर इलाके में है। आधी रात से स्टिंग ऑपरेशन चल रहा है। खबर लिखे जाने तक
10 लोगो को अभी तक निकाला जा चुका है जिन्हें पास के हॉस्पिटल्स मे भेजा जा रहा है। मुस्तफाबाद से MLA मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि
मैंने 2 महीने पहले कहा था कि कहीं न कहीं ये बिल्डिंग हादसे को दावत दे सकती है .. अब बिल्डिंग गिर गई .. हादसे को जानबूझकर न्यौता दिया गया । बिल्डिंग लॉ का कोई ध्यान नहीं दिया जाता है यहां अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए । पूरे मुस्तफाबाद के अंदर अवैध बिल्डिंग बनाई जाती है। हादसों को दावत दिया जा रहा है।